tag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post7669788963866610255..comments2023-09-17T18:49:47.903+05:30Comments on देवेश का ब्लॉग: यहाँ हिन्दू मुसलमान रहते हैं! 'आबाद'...देवेश वशिष्ठ ' खबरी 'http://www.blogger.com/profile/03089045465753357873noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post-20936508483716007542007-05-10T15:40:00.001+05:302007-05-10T15:40:00.001+05:30किसी चीज की कमी नही है इस दुनिया में न इन्सानियत क...किसी चीज की कमी नही है इस दुनिया में न इन्सानियत की न ही हैवानियत की... बस किस के हिस्से में क्या आता है.....यह मुक्कदर की बात है...Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post-78436119842221552592007-05-10T15:40:00.000+05:302007-05-10T15:40:00.000+05:30किसी चीज की कमी नही है इस दुनिया में न इन्सानियत क...किसी चीज की कमी नही है इस दुनिया में न इन्सानियत की न ही हैवानियत की... बस किस के हिस्से में क्या आता है.....यह मुक्कदर की बात है...Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post-44868388527021568652007-05-08T23:04:00.000+05:302007-05-08T23:04:00.000+05:30गहरा है इसे समझना कई मायनों में कई कविताओं से अलग ...गहरा है इसे समझना कई मायनों में कई कविताओं से अलग है…इंसानी जज्वातों को इतने आसान शब्दों में व्यक किया कबिल-ए-तारीफ है…।धन्यवाद!!!Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post-1958303492436284932007-05-06T20:58:00.000+05:302007-05-06T20:58:00.000+05:30सही लिखा देवेशजी आपने इंसान भी आजकल ढूंढने पड़ते है...सही लिखा देवेशजी आपने <BR/>इंसान भी आजकल ढूंढने पड़ते हैं हिंदू मुसलमान हर जगह मिल जाते हैंUnknownhttps://www.blogger.com/profile/00434177086039562056noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7846541619202827516.post-38812226367449931982007-05-06T00:37:00.000+05:302007-05-06T00:37:00.000+05:30सच है, एसी आबादी ही बढती जा रही है, मानवता को जगह ...सच है, एसी आबादी ही बढती जा रही है, मानवता को जगह कहाँ बची है?<BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.com